आजम खान को महिला आयोग का नोटिस
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने बीजेपी नेता और अभिनेत्री जया प्रदा के खिलाफ बयान देकर एक बार फिर भारतीय राजनीति में महिलाओं के प्रति कायम पूर्वाग्रहों का परिचय दिया है.
रामपुर से जया प्रदा, आजम खान के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं.
यहां एक चुनावी सभा के दौरान खान ने कहा “रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालों! मैं ही उसे राजनीति में लाया था, उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए लेकिन मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह भी खाकी रंग का है. मैं 17 दिन में पहचान गया, आपको पहचानने में 17 बरस लगे, 17 बरस.”
इस दौरान आजम खान के साथ मंच पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और दूसरे बड़े नेता भी मौजूद थे.
आजम खान के बयान पर जया प्रदा ने आपत्ति जताते हुए कहा, “अगर इस तरह का व्यक्ति चुना जाता है तो लोकतंत्र के लिए बेहतर नहीं होगा, महिलाओं का समाज में सम्मान नहीं होगा. ऐसे व्यक्ति को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.”
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने खान की टिप्पणी को ‘‘बेहद शर्मनाक’’ करार दिया और बताया कि आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है.
शर्मा ने बताया कि उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि आजम खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा, “महिलाएं कोई वस्तु नहीं है, वो इससे पहले भी महिलाओं के खिलाफ गंदे बयान दे चुके हैं, उन्हें सबक सीखाने के लिए जरूरी है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.’
उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने आजम के सभा के वीडियो को ट्वीट करते हुए सपा उम्मीदवार के बयान पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह बयान निहायत अभद्र और आपत्तिजनक है और यह राजनीति के स्तर में गिरावट की पराकाष्ठा है.
वहीं आजम खान ने अपने बयान पर सफाई दी है कि इस दौरान उन्होंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया था. उन्होंने कहा, “अगर मुझे दोषी पाया जाता है तो मैं चुनाव नहीं लडूंगा.”
जया प्रदा ने राजनीति में अपने सफर की शुरुआत समाजवादी पार्टी के साथ की थी. 2004 और 2009 में उन्होंने रामपुर से लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी. जिसके बाद साल 2010 में पार्टी विरोधी रवैए के चलते उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था. जया पिछले महीने ही बीजेपी से जुड़ी हैं.