IPL के दौरान राजनीतिक विज्ञापन नहीं होंगे प्रसारित
बीसीसीआई ने 23 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल के आधिकारिक प्रसारक स्टार इंडिया द्वारा इस टी-20 लीग के दौरान राजनीतिक और धार्मिक विज्ञापनों को प्रसारित करने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, स्टार इंडिया चाहता था कि मीडिया राइट्स एग्रीमेंट की धारा 8.6 (बी) को खत्म कर दिया जाए. इस धारा के खत्म होने के बाद मैचों के प्रसारण के दौरान राजनीतिक और धार्मिक विज्ञापन प्रसारित करने का रास्ता साफ हो जाता.
सोमवार 18 मार्च को इस संबंध में बीसीसीआई ने बैठक कर इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की. इस बैठक में फैसला लिया गया कि वह प्रसारण से संबंधित अपनी मौजूदा नीतियों में कोई बदलाव नहीं करेगी.
बीसीसीआई ने साफ़ किया कि वह किसी भी द्विपक्षीय, अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू टूर्नामेंट में राजनीतिक या धार्मिक विज्ञापन को मैच के दौरान दिखाने की इजाजत नहीं देगी.
इससे पहले राजनीतिक दलों की होर्डिंग्स को हैदराबाद में एक वनडे में पूर्व बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के कार्यकाल में देखा गया था. इसके बाद से ही बोर्ड इस तरह के कामों से दूर रह रहा है.
लोकसभा चुनाव अप्रैल से मई के बीच होंगे. जाहिर है कि प्रसारक इस दौरान राजनीतिक और धार्मिक विज्ञापनों में अपना कारोबारी फायदा देख रहे थे.
इस बैठक में बोर्ड ने वह अगले छह महीने तक राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी के साथ काम करने का भी फैसला किया.
बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा ,‘‘ आईसीसी, बीसीसीआई और नाडा के बीच त्रिपक्षीय करार होगा जिसके तहत रजिस्टर्ड पूल में शामिल खिलाड़ियों के नमूने राष्ट्रीय डोप टेस्ट प्रयोगशाला में नाडा के मार्फत जाएंगे. इससे पहले स्वीडन की आईडीटीएम नमूने एकत्र करती थी. हम अगर संतुष्ट नहीं हुए तो करार का नवीनीकरण नहीं होगा.’’
बोर्ड ने अभी तक नाडा को अपने रुख से अवगत नहीं कराया है.