गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोनिया गांधी ने देशवासियों से संविधान बचाने की अपील की
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के लोगों के लिए पत्र लिखकर संदेश जारी किया है. इस संदेश में उन्होंने ना केवल संविधान की मूल भावना को रेखांकित किया है बल्कि सभी देशवासियों से अपील की है कि वे संविधान की रक्षा के लिए उठ खड़े हों.
उन्होंने अपने पत्र में देश में छाई आर्थिक मंदी, खेती और किसानों की बदहाल हालत के साथ-साथ लगातार विकराल होती जा रही बेरोजगारी का भी जिक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि इन समस्याओं के खिलाफ जो भी बोल रहा है, सरकार उसका दमन कर रही है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि आर्थिक बदइंतजामी, प्रशासनिक दिवालियेपन, बेतहाशा महंगाई, चौतरफा मंदी और असहनीय बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए देशवासियों को धर्म-मजहब, क्षेत्रवाद और भाषा के आधार पर बांटने और संविधान को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है.
उन्होंने आगे लिखा कि देश में अप्रत्याशित तौर से अशांति, भय व असुरक्षा का वातावरण पैदा किया गया है. आम नागरिक महसूस कर रहा है कि मौजूदा शासन के हाथों में संवैधानिक मूल्य सुरक्षित नहीं हैं.
अंत में उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि वे निजी स्वार्थों, राजनीतिक अवसरवादिता से अलग हटकर राष्ट्रनिर्माण का संकल्प लें.