सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर भड़की हिंसा में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत
केरल के सबरीमला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के बाद भड़के विरोध-प्रदर्शन के बीच एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक पत्तनमतिट्टा जिले के पन्दलम में सबरीमला कर्म समिति और संघ परिवार एक साथ मिलकर सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे थे. जहां कथित पर कुछ लोगों के हमला करने के दौरान यह घटना घटी.
कल चालीस वर्षीय दो महिलाओं के सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश के बाद अलग-अलग हिंदूवादी समूह भारी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. आज केरल के एक अन्य मुख्य संगठन ने भी राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है. वहीं, कल दो महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के बाद मंदिर को बंद करके उसका शुद्धीकरण किया गया था.
इसके साथ ही सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे को लेकर यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट राज्य में आज ‘काला दिवस’ मनाने की तैयारी में है.
इससे पहले महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर सामने आने के बाद, दक्षिणपंथी समूहों के कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए राजमार्गों को रोकने की कोशिश की और दुकानों और बाजारों को बंद कराया. साथ ही, भाजपा और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राज्य सचिवालय के बाहर रिपोर्टिंग कर रहे मीडियाकर्मियों पर कथित रूप से हमला किया.
‘सबरीमला कर्म समिति’ की तरफ से सुबह से शाम तक के बंद की घोषणा की गई है. इसकी नेता के पी शशिकला ने कहा कि सरकार ने भक्तों को धोखा दिया है.
10 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही सबरीमला कर्म समिति ने लोगों से उनके प्रदर्शन में उनका सहयोग करने की अपील की.
शशिकला ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि “जब तक विजयन इस्तीफा नहीं दे देते तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा”. शशिकला ने कहा कि सरकार ने ‘‘कायर’’ की तरह काम किया और महिलाओं को सुबह-सुबह ही मंदिर ले गई.