जानकारों का मानना है कि बदले राजनीतिक माहौल में विपक्षी पार्टियां महात्मा गांधी की विरासत को बीजेपी से बचाने के लिए ऐसा कदम उठा रही हैं.
केन्द्र सरकार के विभिन्न विभाग गांधी जयंती के मौके पर सफाई अभियान सहित सप्ताहभर तक चलने वाले कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं.
एक सरकारी सूत्र ने कहा, “मुख्यमंत्री नहीं चाहती हैं कि भगवा समूह महात्मा गांधी की विरासत पर दावा कर पाए. उनका विश्वास है कि अगर स्कूल गांधी पर कार्यक्रमों का आयोजित करते हैं तो इससे छात्र और शिक्षक उनके जीवन को समझ पाएंगे और भगवा एजेंडे के प्रभाव से बच पाएंगे.”
सरकार की ओर से जारी सर्कुलर में दो अक्टूबर के कार्यक्रम के माध्यम से शांति, अहिंसा, सांप्रदायिक सद्भाव, देशभक्ति और भाईचारा को लेकर गांधी के विचार के बारे में बताने को कहा गया है और इसमें अभिभावकों व स्थानीय लोगों को शामिल करने को कहा गया है. .
एक शिक्षक ने बताया कि पिछले साल दो अक्टूबर को स्कूल में पढ़ाई नहीं हुई थी लेकिन उन्होंने गांधी के विचारों पर चर्चा की थी. हालांकि इससे पहले तक दो अक्टूबर को छुट्टी मिलती रही है.