पोम्पियो-जयशंकर ने स्वीकारी अमेरिका-भारत रिश्तों में कड़वाहट की बात


pompeo and jaishankar accepted indo-america relations are not good

 

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर कुछ दिक्कतें हैं, जिनका हल निकालने की कोशिश की जा रही है.

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “हम रक्षा और तकनीकि के क्षेत्र में भारत के सहयोग के लिए अमेरिकी प्रशासन के शुक्रगुजार हैं. हम ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिका के साथ लगातार अपना सहयोग बढ़ा रहे हैं. व्यापार को लेकर कुछ दिक्कते हैं, इसके हल के लिए हम ठोस और व्यावहारिक नजरिए की तलाश में हैं.”

वहीं व्यापार को लेकर माइक पोम्पियो ने कहा, “बिना मुद्दों के कोई साझेदारी नहीं हो सकती है. हमने S-400 और व्यापार को लेकर आ रही दिक्कतों का हल निकालने का प्रयास किया. हम भारत के साथ मुक्त व्यापारिक रिश्ता चाहते हैं, जिसमें दोनों देशों को एक-दूसरे के यहां खुली पहुंच मिले.”

पोम्पियो ने यह भी कहा कि हमें व्यापार और अर्थव्यस्था से जुड़े मुद्दों का हल निकालना होगा क्योंकि हमारे सामने असंख्य अवसर हैं.

व्यापार के अलावा दोनों के बीच दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बात हुई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हमारे बीच व्यापार, रक्षा, निवेश के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात हुई. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने के लिए उन्होंने ट्रंप प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया.

अंत में पोम्पियो ने कहा कि इस साल के अंत में एस जयशंकर और राजनाथ सिंह के साथ वाशिंगटन में आगे की बात होगी.


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