गांधी जी का सत्य-अहिंसा का संदेश हमारे समय के लिए जरूरी: राष्ट्रपति
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों के नाम संदेश जारी किया है.
अपने संदेश में उन्होंने कहा, ‘हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को कुछ अधिकार दिए हैं. लेकिन संविधान के भीतर हम सबने यह जिम्मेदारी भी ली है कि हम न्याय, आजादी, बराबरी और भाईचारे के मूलभूत आदर्शों का पालन करेंगे.’
उन्होंने आगे कहा कि लोगों की भलाई के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं. यह बहुत प्रसन्नता की बात है कि लोगों ने सरकार की योजनाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है और उन्हें जन आंदोलनों का रूप दिया है.
राष्ट्रपति ने कहा, ‘भारत में ज्ञान को हमेशा शक्ति, प्रसिद्धि और पैसे से अधिक मूल्यवान माना गया है. भारत में शिक्षण संस्थानों को हमेशा से ज्ञान के मंदिरों के रूप में देखा गया है.’
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमने बहुत सी उपलब्धियां हासिल की हैं और हमारा यह प्रयास है कि देश का कोई भी बच्चा और युवा शिक्षा से वंचित ना रहे.
राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए आज भी महात्मा गांधी के आदर्श पूरी तरह से प्रासंगिक हैं. गांधी जी का सत्य और अहिंसा का संदेश हमारे समय में और भी अधिक जरूरी बन गया है.