CAA के खिलाफ दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन जारी
संंशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के सुनियोजित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ओखला अंडरपास और मथुरा रोड का एक हिस्सा सुबह यातायात के लिए बंद कर दिया गया.
नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लेकर देश के कई इलाकों में छात्रों और विपक्षी नेताओं ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया. वहीं केन्द्र सरकार इस कानून को लागू करने से पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने हिंसा की जांच के लिए समिति बनाने से जुड़ी याचिका खारिज कर दी. पुलिस के अनुसार जामिया मिल्लिया इस्लामिया और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में हिंसक झड़पों के लिए कम से कम 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इसी बीच दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने कहा कि सभी मेट्रो स्टेशन खुले हुए हैं.
उत्तर पूर्व दिल्ली में धारा 144 लगाई गई है.
यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ”मथुरा रोड और कालिंदी कुंज के बीच मार्ग संख्या 13 ए सड़क यातायात के लिए बंद है. नोएडा से आने वाले लोगों को दिल्ली पहुंचने के लिए डीएनडी या अक्षरधाम मार्ग लेने की सलाह दी जाती है.”
उन्होंने कहा कि इसी तरह से मथुरा रोड से नोएडा की ओर जाने वाले लोगों को भी आश्रम चौक, डीएनडी या नोएडा लिंक मार्ग लेने की सलाह दी गई है.
उन्होंने ट्वीट किया, ”कालिंदी कुंज की ओर जाने वाला ओखला अंडरपास भी यातायात के लिए बंद है.”
मद्रास विश्वविद्यालय में घुसी पुलिस, छात्रों का प्रदर्शन जारी
चेन्नई के मद्रास विश्वविद्यालय में छात्रों के एक धड़े ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ लगातार तीसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी है.
छात्रों ने कहा कि वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. इस बीच पुलिस कर्मी भी परिसर में तैनात रहेंगे.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वे ”रातभर” अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
इस बीच, परिसर में प्रवेश करने वाले पुलिसकर्मियों ने कहा कि वे ”छात्रों की सुरक्षा” के लिए हैं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि दो छात्रों को पुलिस ने उठा लिया है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि संबद्ध कॉलेजों के छात्रों को विश्वविद्यालय के मरीना परिसर में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उकसाने को लेकर दो छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
विश्वविद्यालय ने 2 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है.
हम कानून को लागू करने के लिए चट्टान की तरह अडिग : शाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कांग्रेस और उसके साथी दलों’ पर नये कानून को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए छात्रों से आकलन करने को कहा कि कहीं वे उस साजिश का हिस्सा तो नहीं बन रहे जहां ‘शहरी नक्सली’ और अन्य लोग अपने हितों को साधने के लिए विद्यार्थियों के कंधों पर बंदूक रखकर निशाना साध रहे हैं.
देश के विभिन्न संस्थानों के परिसरों और विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों पर नये सिरे से प्रदर्शन शुरू हो गये. उधर विपक्षी दलें ने राष्ट्रपति से मिलकर कानून को वापस लेने की मांग कर डाली.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विधेयक के क्रियान्वयन से पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है और उन्हें विश्वास है कि नागरिकता (संशोधन) कानून विधिक पड़ताल में खरा उतरेगा.
उन्होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, ”हम कानून को लागू करने के लिए चट्टान की तरह अडिग हैं.”
सीलमपुर में झड़पों में 12 पुलिसकर्मियों और छह नागरिकों समेत 21 लोग घायल
17 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, कई मोटरसाइकिलों को आग लगा दी और तीन बसों के साथ-साथ दो पुलिस चौकियों में भी तोड़फोड़ की. शहर में हिंसा की इस ताजा घटना में 21 लोग घायल हो गए. मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सीलमपुर इलाके में हुए प्रदर्शन के बाद रात में ब्रिजपुरी में भी प्रदर्शन हुए और लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया.
अधिकारियों ने बताया कि ब्रिजपुरी में यह घटना रात करीब साढ़े आठ बजे हुई. हालांकि, अब स्थिति नियंत्रण में कर ली गई है.
पुलिस ने बताया कि सीलमपुर में करीब डेढ़ घंटे तक हुई झड़पों में 12 पुलिसकर्मियों और छह नागरिकों समेत 21 लोग घायल हो गए. पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है.
इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के छात्रों का जामिया में हुई पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के छात्रों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्रों पर की गई पुलिस कार्रवाई के विरोध में 17 दिसंबर को प्रदर्शन किया.
उनके साथ प्रदर्शन में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी और नेताजी सुभाष तकनीकी संस्थान के छात्र भी शामिल हुए.
बीएचयू छात्रों को मार्च नहीं निकालने को लेकर पुलिस का नोटिस
पुलिस ने यहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों को नोटिस जारी कर उनसे नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ परिसर के बाहर मार्च नहीं निकालने को कहा है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह नोटिस आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 149 (किसी संज्ञेय अपराध को होने से रोकना) के प्रावधानों के तहत जारी किया गया है.
उन्होंने बताया कि छात्रों को चेतावनी भी दी गई है कि अगर पुलिस द्वारा जारी नोटिस की अवहेलना की गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
साबरमती आश्रम के बाहर CAA के खिलाफ जुटे सामाजिक कार्यकर्ता
छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम के बाहर नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने भी प्रदर्शन में भाग लिया.
प्रदर्शनकारियों में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता देव देसाई ने कहा कि सीएए और एनआरसी विभाजनकारी और भेदभाव करने वाले प्रावधान हैं.
सूरत में ‘वर्सटाइल माइनॉरिटी फोरम’ द्वारा आयोजित विरोध जुलूस में बीस सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और कलक्टर धवल पटेल को ज्ञापन सौंपा.
मथुरा में जुलूस निकालने पर लगी रोक, आगरा में प्रदर्शन करने पर मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के मथुरा में संशोधित नागरिकता अधिनियम के विरोध में सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी से जुड़े लोगों ने डीग गेट चौराहे पर जुलूस निकालने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. जबकि आगरा में प्रदर्शन करने के मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है. इस दरम्यान एबीवीपी ने भी सीएए के पक्ष में जुलूस निकाला.
जैप अध्यक्ष पप्पू यादव ने नजरबंद करने का आरोप लगाया
जन अधिकार पार्टी (जैप) के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को दावा किया कि स्थानीय प्रशासन ने उन्हें घर में इसलिए नजरबंद कर दिया है ताकि संशोधित नागरिकता अधिनयम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने से उन्हें रोका जा सके.
हालांकि, पटना पुलिस ने कहा कि उन्हें घर के भीतर नजरबंद नहीं किया गया बल्कि शांति बहाली और सुरक्षा के दृष्टिकोण से एहतियात के तौर पर उठाया गया एक कदम है.
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