हो सकता है कांग्रेस और एनसीपी का विलय
25 मई को कांग्रेस वर्किंग कमिटी को सौंपे इस्तीफे के बाद राहुल गांधी के समर्थक लगातार उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे हैं. जिसे लेकर उनके घर, दफ्तर और क्षेत्रीय कार्यालयों में प्रदर्शन हुए. राहुल के इस्तीफे पर पार्टी का अगला कदम क्या होगा यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
इसी बीच खबरें आ रही हैं कि कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का विलय हो सकता है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच कल हुई मीटिंग में इसी सिलसिले में बात हुई.
वरिष्ठ एनसीपी नेता ने जानकारी दी कि उनकी पार्टी ने फिलहाल ऐसे किसी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं की है.
हालांकि लोकसभा चुनावों में मिली बड़ी हार के बाद अब दोनों पार्टियां मजबूत होने के लिए सभी संवाभानाओं पर चर्चा करना चाहेगी.
पवार ने मीटिंग के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आज मेरे आवास पर मुलाकात हुई. इस दौरान हमने विधानसभा चुनावों और महाराष्ट्र में सूखे की समस्या पर चर्चा की.”
अटकलों को खारिज करते हुए एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, “पवारसाहेब पहले ही साफ कर चुके हैं कि ये खबरें बेबुनियाद हैं. दोनों पार्टियों साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी.”
वहीं कल राहुल ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से भी मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि दोनों ने राज्य में कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन की हार की वजहों पर चर्चा की. इसके अलावा राहुल ने मनमोहन सिंह से भी अलग से मुलाकात की.
राज्य में कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के एक खेमे के बीच नाराजगी की खबरों के बीच राहुल और कुमारस्वामी की बैठक का महत्तव और अधिक बढ़ जाता है. बुधवार को हुई कांग्रेस विधायकों की बैठक में सात विधायक शामिल नहीं हुए थे.
कर्नाटक में दोनों पार्टियां लोकसभा चुनावों में केवल एक-एक सीट ही जीत पाई. राज्य की 28 में से 25 सीटें बीजेपी अपने पाले में डालने में कामयाब हुई.
इन तमाम मुलाकातों के दौर के बीच राहुल ने अपना इस्तीफा वापस लेने से इंकार कर दिया है. ऐसे में जहां एक ओर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता राहुल को अपना कदम पीछे लेने के लिए समझा रहे हैं, वहीं पार्टी में नए अध्यक्ष के संभावित चेहरों पर चर्चा भी जारी है. खबरें है कि जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अहमद पटेल और मल्लिकार्जुन खड़गे इस सिलसिले में मुलाकात करेंगे.