बजट के बाद सेंसेक्स में 793 अंकों की भारी गिरावट
केंद्रीय बजट के प्रभाव और अमेरिका में ब्याज में कटौती की संभावनाएं क्षीण होने से वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के बीच सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 793 अंकों का गोता लगा गया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 250 अंक से अधिक की गिरावट आई.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 907 अंक नीचे चला गया था. हालांकि, बाद में यह थोड़ा उबरकर 792.82 अंक यानी 2.01 फीसदी की गिरावट के साथ 38,720.57 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 252.55 अंक यानी 2.14 प्रतिशत टूटकर 11,558.60 अंक पर बंद हुआ.
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) को दिए गए ऋण में 3,800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आने के बाद पीएनबी के शेयर में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी, एनटीपीसी, हीरो मोटोकॉर्प और मारुति के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली.
हालांकि, येस बैंक, एचसीएल टेक और टीसीएस के शेयरों में 5.56 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिली.
कारोबारियों के मुताबिक बजट 2019-20 में सूचीबद्ध कंपनियों के लिए सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाने, विदेशी पोर्टफोलियों निवेशकों एवं अमीरों पर कर बढ़ाने वाले प्रस्तावों से निवेशकों की धारणा कमजोर रही.
वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के समाचारों का भी स्थानीय शेयरों पर असर पड़ा. अमेरिका में रोजगार के ताजा आंकड़े उम्मीद से बेहतर है. इससे आगामी बैठक में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज में बड़ी कटौती की उम्मीद धूमिल हो गई है. अमेरिका में ब्याज दर ऊंची होने से विदेशी निवेशक उभरते बाजारों से धन निकाल कर अमेरिकी बांड बाजार में लगाने को आकर्षित हो सकते हैं.
इसका खासकर चीन, दक्षिण कोरिया और अन्य एशियाई बाजारों पर असर पड़ा. एशियाई बाजारों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई. शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स 2.58 प्रतिशत, हैंगसेंग 1.54 फीसदी, निक्की 0.98 प्रतिशत और कोस्पी 2.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए.
यूरोपीय बाजार भी शुरुआती कारोबार में नुकसान में चल रहे थे.