सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं को किया खारिज
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य के मुख्यमंत्री के लिए चल रही बदलाव की किसी भी संभावना से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि कई कांग्रेस नेता उन्हें ‘‘प्रेमवश’’ मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं.
सिद्धरमैया ने हुबली में संवाददाताओं से कहा, “वे (कांग्रेसजन) अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं लेकिन क्या यह अब संभव है? कुर्सी अब खाली नहीं है और जद (एस) नेता कुमारस्वामी मुख्यमंत्री हैं. मैं कैसे मुख्यमंत्री बन सकता हूं?
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग मेरे प्रति अपने प्रेम की वजह से ऐसा कह रहे हैं. क्या ऐसा कहना गलत है?
कांग्रेस के एक वर्ग द्वारा सिद्धरमैया को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने पर जोर डाले जाने के बीच उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने कुमारस्वामी के साथ मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने इस घटनाक्रम पर कथित रूप से चर्चा की.
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कुमारस्वामी ने उनसे (कांग्रेस नेताओं से) पार्टी के नेताओं को मुख्यमंत्री के पद को लेकर सार्वजनिक रूप से बयान देने से रोकने को कहा क्योंकि इससे सरकार और उनके लिए असहज स्थिति पैदा हो रही है.
आहत जनता दल सेकुलर ने विधानसभा में संख्याबल की कमी का हवाला देते हुए सिद्धरमैया के तत्काल मुख्यमंत्री बनने की किसी भी संभावना से इनकार किया.
कांग्रेस के नेताओं की मांग को अतार्किक करार देते हुए जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एच विश्वनाथ ने कहा कि जब मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी अपनी जिम्मेदारियां अच्छी तरह निभा रहे हैं तब सिद्धरमैया के मुख्मयंत्री बनने का सवाल ही नहीं उठता.
जब सिद्धरमैया से पूछा गया कि 23 मई को लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद कुछ बदलाव होगा तो कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा,‘‘किसी परिवर्तन का कोई संकेत नहीं है. क्यों कोई परिवर्तन होगा? कुमारस्वामी गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री हैं.”
कर्नाटक के गृहमंत्री एम बी पाटिल ने सात मई को सिद्धरमैया को बतौर मुख्यमंत्री दोबारा देखने की बात कही थी. हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.