दक्षिणी अफ्रीकी सरकार में 50 फीसदी महिलाएं शामिल
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सीरिल रामापूसा ने अपनी कैबिनेट में बड़ा बदलाव करते हुए 50 फीसदी महिलाओं की नियुक्ति की है. राष्ट्रपति ने कल अपने कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 36 से घटाकर 28 कर दी, जिसमें 14 महिला मंत्री शामिल हैं.
इस कदम के बाद अब दक्षिण अफ्रीकी सरकार विश्व की कुछ लैंगिक रूप से संतुलित सरकारों की सूची में शामिल हो गई है.
इससे पहले बीते साल रवांडा और इथोपियन सरकारों ने भी महिलाओं को कैबिनेट में 50 फीसदी नेतृत्व दिया था.
रामापूसा के मुताबिक इस कदम के बाद सवालों के घेरे में रही सरकार की छवि सुधारने के साथ सरकार में समन्वय बढ़ाने और कार्यक्षमता सुधारने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, “ये इतिहास में पहली बार है जब सरकार में आधी संख्या महिलाओं की है.”
इसी साल अप्रैल में चुनाव जीतकर सीरिल रामापूसा के नेतृत्व में अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) पार्टी एक बार फिर सत्ता में आई थी.
भ्रष्टाचार और दागी जैकब जूमा के इस्तीफे के बाद रामापूसा ने बीते साल सरकार का कार्यभार संभाला था. जूमा पर आरोप पर लगा था कि उन्होंने करीबियों को संरक्षण देने के लिए मंत्री पदों में इजाफा किया. लगातार लग रहे आरोपों के बाद जूमा पर इस्तीफा देना का दबाव बढ़ा था.
रामापूसा ने अपने फैसले के समर्थन में कहा,”साभी अफ्रीकी ये बात जानते हैं कि देश आर्थिक बदहाली से गुजर रहा है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि हम देश को आर्थिक मोर्च पर सुदृढ़ बनाने की दिशा में काम करें और अपने संसाधनों का सतर्कता पूर्वक इस्तेमाल करें.”
बीते महीने 8 मई को एएनसी ने चुनाव में 57.5 फीसदी वोटों के साथ जीत हासिल की थी. साल 1994 के बाद रंगभेदी सरकार से खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाली पार्टी को मिला ये अब तक का सबसे कम बहुमत था. पार्टी ने 1994 में रंगभेदी सरकार की जगह बहु-नस्लीय सरकार की स्थापना की थी.
यही वजह है कि साल 2009-2018 के बीच जूमा के कार्यकाल के दौरान पार्टी की साफ-सुथरी छवि काफी धूमिल हुई थी. इस दौरान सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. इसके साथ ही सरकार पर रंगभेद के बाद पैदा हुई असमानता से ना निपट पाने के भी आरोप लगे.