उत्तर प्रदेश: जल्द होगा सपा-बसपा गठबंधन का आधिकारिक ऐलान
उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के बीच गठबंधन पर दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ने हामी भर दी है. खबरों के मुताबिक गठबंधन का आधिकारिक ऐलान जल्द किया जाएगा.
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है. उन्होंने कहा कि इसी महीने इसका ऐलान हो सकता है.
चौधरी ने बताया कि गठबंधन को लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. हाल में दोनों नेताओं के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई थी.
सपा प्रवक्ता के मुताबिक कुछ छोटे दलों को इस गठबंधन में शामिल करने के लिए बातचीत चल रही है. हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर किसी भी दल की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया है.
राजेंद्र चौधरी ने कहा कि गठबंधन में शामिल होने को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) से भी बातचीत हो रही है. रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी असरदार है.
कांग्रेस को गठबंधन में शामिल किए जाने की सम्भावना पर चौधरी ने कहा कि इसका निर्णय तो अखिलेश और मायावती ही लेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिये क्रमशः अमेठी और रायबरेली सीटें छोड़ी जाएंगी.
बीते साल फूलपुर और गोरखपुर में हुए लोकसभा के उपचुनाव दोनों दलों ने मिलकर लड़ा था. इन चुनावों में बसपा ने सपा को अपना समर्थन दिया था और दोनों ही सीटों जीतने में सफल रही थी.
इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना में हुए उपचुनाव में रालोद उम्मीदवार को दोनों ही दलों का सहयोग मिला था. इस चुनाव में भी रालोद की तबस्सुम हसन ने जीत दर्ज की थी.
साल 2014 में ‘मोदी लहर‘ के बीच हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा का वोट 22.35 फ़ीसदी था और उसे पांच सीटों पर ही कामयाबी मिली थी. जबकि बसपा 19.77 फ़ीसदी वोट हासिल करने के बावजूद एक भी सीट नहीं जीत सकी थी.