प्रेस एसोसिएशन ने प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की
जामिया में दिल्ली पुलिस हिंसा की शिकार हुई पत्रकार बुशरा शेख.
पत्रकारों के एक शीर्ष संगठन ‘द प्रेस एसोसिएशन’ ने नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन की कवरेज के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले और उन्हें अनावश्यक परेशान किए जाने की सख्त निंदा की है.
एसोसिएशन ने कहा कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, केरल, कर्नाटक और पंजाब में ड्यूटी के दौरान पत्रकारों पर हमला मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला है.
यह बयान एसोसिएशन के प्रमुख जयशंकर गुप्त और महासचिव सी के नायक ने जारी किया.
बयान में कहा गया है कि एसोसिएशन ने अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ के पत्रकार उमर राशिद को उत्तर प्रदेश में हिरासत में लिए जाने, मंगलोर (कर्नाटक) में सात पत्रकारों को हिरासत में लिए जाने और दिल्ली में मातृभूमि न्यूज के एक रिपोर्टर और वीडियो पत्रकार अरूण शंकर और वैशाख पर ड्यूटी के दौरान दिल्ली पुलिस के हमले का भी गंभीर संज्ञान लिया है.
नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया विश्वविद्यालय में विरोध कवर करने गईं बीबीसी की पत्रकार बुशरा शेख के साथ दिल्ली पुलिस ने बर्बरतापूर्ण रवैया किया. उन्हें बालों से पकड़कर खींचा, उन्हें अपशब्द कहे और उनका फोन भी छीनकर तोड़ दिया था.
एएनआई संवाददाता उज्जवल रॉय और कैमरामैन सरबजीत सिंह पर उस वक्त हमला किया गया, जब वे जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की कवरेज कर रहे थे.
एसोसिएशन ने कहा है कि पत्रकारों के कैमरा को दिल्ली पुलिस ने इसलिए छीना ताकि उसमें रिकॉर्ड पुलिस की सच्चाई को छुपाया जा सके.
मलयालम न्यूज चैनल ‘एशियानेट न्यूज’ के पत्रकारों दिनेश आर और वसीम सईद पर भी जामिया के छात्रों के विरोध प्रदर्शन की कवरेज के दौरान दिल्ली में हमला हुआ था.
एसोसिएशन ने कहा कि वसीम पथराव में गंभीर रूप से घायल हो गये थे और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
एसोसिएशन ने कहा है कि जी न्यूज के पत्रकार जयदीप से कथित तौर पर मारपीट करने की कोशिश की गई, एक न्यूज चैनल का कैमरा तोड़ डाला गया जबकि एक कैमरा छीन लिया गया. उत्तर प्रदेश के संभल में पत्रकारों पर हमला किया गया और लखनऊ में मीडिया के ओबी वैन में आग लगा दी गई.
एक अन्य घटना में हथियारबंद लोगों ने पंजाब में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार जोबनप्रीत सिंह और एक अखबार के पत्रकार गुरचेत सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी.
बयान में कहा गया है कि एसोसिएशन इस तरह की घटनाओं से दुखी है और त्वरित जांच की मांग करता है.
एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि मीडिया के प्रसारण वाहन (ओबी वैन) को प्रदर्शन के दौरान जलाए जाने की घटनाओं को लेकर भी वह चिंतित है. एसोसिएशन ने सभी तबकों से अपील की है कि राष्ट्रीय महत्व की घटनाओं के दौरान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष प्रेस की जरूरत और मीडिया के महत्व को समझा जाए.