यह बीजेपी की नहीं मेरी हार है, रघुवर दास ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि यह पार्टी की हार नहीं है बल्कि व्यक्तिगत हार है. इसी के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया.
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने रांची में एक संक्षिप्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”अभी भी मैं अंतिम परिणामों की प्रतीक्षा करुंगा लेकिन यदि यह हार है तो मेरी व्यक्तिगत हार है. यह बीजेपी की हार नहीं है.”
उन्होंने परिणामों और रुझानों पर टिप्पणी करते हुए कहा, ”लगता है कि बीजेपी विरोधी सभी वोट एकत्र हो गये और उनके एकजुट हो जाने से ही हमें हार का सामना करना पड़ा है.”
अपनी हार के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा, ”हमारी विधानसभा में अभी आधी ही गणना हुई है और मुझे अभी भी उम्मीद है कि मैं जीतूंगा.”
एक अन्य सवाल के जवाब में रघुवर दास ने कहा, ”लोकतंत्र में जनता का आदेश शिरोधार्य होता है. अतः जो भी जनादेश मिलेगा उसका हम सहर्ष स्वागत करेंगे.”
उन्होंने कहा कि पूरा परिणाम आने के बाद ही वह मीडिया से विस्तार से बातचीत करेंगे.
इस बीच उन्हें चुनौती देने वाले उन्हीं के मंत्रिमंडल सहयोगी सरयू राय ने दो टूक कहा कि अब रघुवर दास ना तो जीतने वाले हैं और ना ही मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि उनका टिकट कटवा कर जिस तरह उनके स्वाभिमान को चोट पहुंचाई गई उसी के चलते उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की ठानी थी.
राज्य में बीजेपी ने कुल 79 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से उसने 10 सीटें जीत लीं और 16 पर आगे चल रही है जबकि महागठबंधन में 43 सीटों पर चुनाव लड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 13 सीटें जीत ली हैं और 17 सीटों पर बढ़त बना रखी है. उसकी सहयोगी कांग्रेस 8 सीटें जीत चुकी है और 7 पर बढ़त बनाए हुए है. वहीं राजद एक सीट पर आगे चल रही है.