ट्रेवल कंपनी थॉमस कुक ठप्प, हजारों यात्री फंसे
फंड की कमी से जूझ रही दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में शुमार ब्रिटेन की थॉमस कुक कंपनी 22 सितंबर की रात को बंद हो गई. कंपनी के बंद हो जाने से हजारों यात्री फंस गए हैं.
ब्रिटेन की सरकार ने कहा है कि विदेशों में फंसे कंपनी के करीब डेढ़ लाख ग्राहकों को वापस लाना एक बड़ी जद्दोजहद होगी और इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा.
वहीं कंपनी ने स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि कंपनी को बंद करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था. कंपनी के बंद हो जाने से करीब 22 हजार कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है.
कंपनी के चीफ एग्जिक्युटिव पीटर फैंकहॉजर ने बयान जारी करते हुए कहा, “मैं अपने लाखों ग्राहकों, हजारों कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों से माफी मांगना चाहूंगा, जिन्होंने कई वर्षों तक हमारा साथ दिया है.”
उन्होंने कहा कि यह मेरे और बाकी बोर्ड के लिए गहरे अफसोस की बात है कि हम सफल नहीं हुए.
पीटर फैंकहॉजर ने यह भी कहा कि यह अफसोस की बात है कि कंपनी कर्जदाताओं से राहत पैकेज हासिल नहीं कर पाई और उसे मजबूरन कारोबार से बाहर होना पड़ा.
कंपनी 16 देशों में लोगों को होटल, रिजॉर्ट और हवाई यात्रा की सुविधा मुहैया कराती थी. वर्तमान में इसके छह लाख ग्राहक विदेशों में हैं. सरकारों और बीमा कंपनियों को इनके लिए विशाल बचाव अभियान चलाना पड़ेगा.