धोनी की जगह लेने के लिए खुद को साबित करना होगा: ऋषभ पन्त
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‘नेक्स्ट बिग थिंग’ 21 वर्ष के विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पन्त के लिए यह शब्द आज-कल बहुत ज्यादा प्रयोग हो रहा है. टेस्ट क्रिकेट में विकेट कीपर के तौर पर भारतीय टीम की पहली पसंद पन्त को क्रिकेट के दूसरे फोर्मेट में भी अपने आप को साबित करना होगा.
लेकिन पन्त के सामने सबसे बड़ी चुनौती धोनी की गैरमौजूदगी में वेस्ट इंडीज जाने वाली टीम में वनडे और टी-20 टीम में विकेटकीपिंग करना होगा.
एक अखबार से बात करते हुए पन्त ने कहा कि धोनी की जगह लेने के लिए उनकी तरह फील्ड में हर जगह काम करना पड़ेगा. मैं इस बारे में भी नहीं सोचता कि लोग क्या कहते हैं क्या नहीं, मैं सिर्फ इस बात पर ध्यान केन्द्रित करता हूं कि मुझे क्या करना है. लेकिन अगर मैं इसके बारे में सोचना शुरू कर दूंगा तो समस्या होगी.
धोनी पर बोलते हुए पन्त ने कहा, उनमे गजब की गेम को पढ़ने की क्षमता है वह दबाव में भी बहुत ही शांत रहते हैं. उनसे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और वह मैदान के बाहर भी मददगार हैं.
वनडे से पहले टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करने को लेकर ऋषभ पन्त का मनना है कि वनडे से पहले टेस्ट क्रिकेट खेलने में मुझे बहुत मदद मिली. लोगों का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट बहुत ही कठिन होता है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट से मुझे पारी को संभालने, निचले क्रम में बल्लेबाजी करने का अनुभव मिला.
नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के सवाल को लेकर पन्त ने कहा कि, मुझे नंबर चार पर बल्लेबाजी करना पसंद हैं और में आईपीएल में भी उसी नंबर पर खेलता हूं. मैं भविष्य में भी नंबर चार पर बल्लेबाजी करना चाहता हूं.
पूर्व क्रिकेटर द्वारा विकेट कीपिंग पर सवाल उठाए जाने पर पन्त ने कहा कि, एक खिलाड़ी के तौर पर कोई भी परफेक्ट नहीं हो सकता. जो मैं कर सकता हूं वो है अपनी विकेट कीपिंग में सुधार. मुझे किसी से राय लेने में कोई परेशानी नहीं है और उसे मैं खुशी से स्वीकार करता हूं.