टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में लगे मजदूरों की सुरक्षा जांच की मांग
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जापान की राजधानी टोक्यो में अगले साल होने वाले ओलंपिक गेम्स की तैयारी में लगे मजदूरों की सुरक्षा को लेकर एक मानवाधिकार समूह ने चिंता जताई है. समूह ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति और टोक्यो ओलंपिक के आयोजनकर्ताओं से मजदूरों की सुरक्षा जांच करने की मांग की है.
जेनेवा आधारित इस मानवाधिकार समूह का नाम सेंटर फॉर स्पोर्टस एंड ह्युमन राइट्स है. इस संस्थान की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैरी हार्वी की ओर से ये मांग उठाई गई है.
इससे पहले हार्वी कतर फुटबाल विश्व कप के लिए हो रहे निर्माण कार्यों में संलग्न मजदूरों की बुरी स्थिति पर आवाज उठा चुकी हैं. कतर में साल 2022 का फुटबाल विश्व कप होना है. यहां इसके लिए कार्य कर रहे मजदूर खासकर विदेशी मजदूरों के साथ लगातार ज्यादती की रिपोर्ट आ रही थीं.
टोक्यो से आ रही रिपोर्ट्स में मजदूरों से ज्यादा काम लिए जाने, बिना समझौते के काम लिए जाने और उन्हें शिकायत ना करने को लेकर डराए जाने जैसी बातें सामने आई हैं.
हार्वी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “ऐसा सोचना कि ये होता रहेगा, अपना मुंह रेत में छिपाने जैसा है. और मुझे लग रहा है कि ये अधिक बुरा होने जा रहा है.”
उन्होंने कहा, “इस समय गर्मी अपने चरम पर है और काम को समय से पूरा करने के दबाव के चलते इसमें तेजी लाई जा रही है. कोई मर रहा है या आत्महत्या कर रहा, इसे और ज्यादा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.”
टोक्यो में मजदूरों के साथ हो रही इस ज्यादती की बात ‘बिल्डिंग एंड वूड वर्कर्स इंटरनेशनल’ (बीडब्ल्यूआई) की एक रिपोर्ट से सामने आई थी. इसी संस्था ने कतर मामले की भी तफतीश की थी.
उधर इसको लेकर आईओसी की तरफ से भी बयान आया है. आईओसी ने कहा है कि वो इन मुद्दों को बहुत गंभीरता से ले रही है, और जल्द ही सभी हितधारकों के साथ मिलकर उचित कार्रवाई करेगी.