TRS में शामिल हुए 12 कांग्रेस विधायकों के बचाव में आई पार्टी
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने कांग्रेस के 12 विधायकों के पार्टी में शामिल होने के कदम को सही ठहराया हुए कि उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी की अगुवाई वाली पार्टी को अपने खेमे को साथ नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
विधानसभा के अध्यक्ष पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी ने दलबदलने वाले कांग्रेस के 12 विधायकों को सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य के तौर पर मान्यता दी.
इससे पहले कांग्रेस को जबर्दस्त झटका देते हुए इन विधायकों ने खुद को टीआरएस में शामिल किए जाने का अनुरोध किया था.
टीआरएस के प्रवक्ता आबिद रसूल खान ने दावा किया था कि 12 विधायकों ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली पार्टी का हिस्सा बनना तय किया है. साथ ही कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की सरकार के विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं और मतदाताओं के प्रति “सकारात्मकता” देख उन्होंने यह निर्णय किया.
खान ने बताया कि “ तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी की तरफ से धन-बल के प्रयोग, जबर्दस्ती करने या ब्लैकमेल करने के आरोप (इन विधायकों को अपने खेमे में करने के लिए).. महज कांग्रेस पार्टी की कमजोरी को दिखाते हैं जो अपने खुद के विधायकों को रोक कर नहीं रख पाई.”
उन्होंने कहा, “ये विधायक स्कूली छात्र नहीं हैं. उन्होंने मीडिया से कहा है कि उन्होंने यह फैसला कार्यक्रमों…कल्याण, सुशासन और टीआरएस के प्रति सकारात्मकता की वजह से लिया है.”
खान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, “न सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में नेतृत्वहीन और दिशाहीन हो गई है और बिखर रही है.”