ट्रंप ने ईरान को फिर से चेताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने तेहरान द्वारा यूरेनियम के भंडारण की सीमा तोड़ने पर अगाह किया है.
1 जून को अमेरिकी न्यूज चैनल ‘फॉक्स’ को इंटरव्यू देते हुए ट्रंप ने कहा हम ऐसे स्थिति में हैं जो ईरान के लिए हालत को और भी बदतर करने में सक्षम है. अभी हाल ही में अमेरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए हैं और एक ऐसे आदेश पर हस्ताक्षर किया है जो ईरान को बातचीत के लिए मजबूर करे.
अमेरिका ने ईरान पर एयर स्ट्राइक के भी आदेश दिए थे जिसे बाद में वापस ले लिया गया था.
दरअसल अमेरिका ने ईरान पर आरोप लगाया है कि उसने 2015 परमाणु संधि का उल्लंघन किया है.
अमेरिका का कहना है कि वह कभी भी ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने की इजाजत नहीं देगा. हलांकि, ईरान कहता आया है कि उसने कभी भी ईरान परमाणु सौदे का उल्लंघन नहीं किया है.
ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जावेद जारीफ ने 1 जून को कहा चूंकि हमने सभी फैसले विवाद समाधान तंत्र के तहत लागू किए हैं इसलिए हमारे देश ने सौदे का उल्लंघन नहीं किया है.
अमेरिका ने जब एकतरफा तरीके से खुद को 2015 परमाणु समझौते से वापस लिया था, उसके एक साल बाद मई महीने में तेहरान ने भी समझौते के कुछ त्तवों को मानना बंद कर दिया था.
2015 परमाणु समझौते के अनुसार अमेरिका और ईरान के बीच नागरिक ऊर्जा कार्यक्रम को सीमित करने और परमाणु हथियार को बनाने पर रोक लगाने के लिए समझौता किया गया था. जिसके बदले में अमेरिका ने ईरान पर लगाए उन सभी प्रतिबंधों को हटाने की बात की थी जिसके वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही थी.
यह समझौता ओबामा सरकार की सफल समझौते में से एक माना गया था जिसके बाद डोनल्ड ट्रंप की सरकार ने इस समझौते से हाथ खींच लिया था.