सभी प्रश्नों के उत्तर मिल जाने तक राज्यसभा में CAB का विरोध करेंगे: उद्धव ठाकरे
लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को समर्थन देने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जब तक उनके प्रश्नों के उत्तर नहीं मिल जाते, तब तक उनकी पार्टी राज्यसभा में इसका समर्थन नहीं करेगी.
गृह मंत्री अमित शाह 11 दिसंबर को यह बिल राज्यसभा में पेश करेंगे. इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक हिंसा की वजह से भारत आए गैर-मुस्लिम अवैध प्रवासियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमने बहुत से प्रश्न पूछे. हमारे प्रश्न राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले निवासियों के अधिकारों से जुड़े हैं. हमें लगा कि इनका जवाब दिया जाएगा. अगर इन प्रश्नों का जवाब नहीं मिलता है तो हम इस बिल का राज्यसभा में समर्थन नहीं करेंगे. हर वो पार्टी जो इस बिल का समर्थन या विरोध कर रही है, राष्ट्रीय हितों पर स्पष्टता चाहती है. यह स्पष्टता सुनिश्चित की जानी चाहिए.’
शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि देश के हित को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने इस विधेयक का समर्थन किया. इसके बाद भी पार्टी के मुखपत्र सामना में इसके खिलाफ संपादकीय लिखते हुए इसे भारत को अदृश्य विभाजन की ओर ले जाने वाला बताया गया.
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘यह धारणा बनाई गई है कि जो कोई भी केंद्र सरकार के समर्थन में वोट कर रहा है वो देशभक्त है और जो उसके खिलाफ वोट कर रहा है वो देशद्रोही है. हमें इस भ्रम से बाहर आना चाहिए.’
लोकसभा में यह बिल 80 के मुकाबले 311 मतों से पास हो चुका है. राज्य सभा में अभी कुल 238 सांसद हैं. बीजेपी के पास यहां 83 सांसद हैं. अपने पिछले कार्यकाल में पार्टी सदस्यों की कम संख्या के चलते इसे राज्यसभा से पास नहीं करा पाई थी.