प्याज की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ संसद में हंगामा
प्याज की ऊंची कीमत का मुद्दा संसद में भी उठा. आम आदमी पार्टी ने संसद परिसर में देशभर में प्याज और दूसरी सब्जियों के दाम बढ़ने को लेकर प्रदर्शन किया.
आम आदमी पार्टी के सांसद एमपी संजय सिन्हा ने कहा, ’32 हजार टन प्याज खराब गया लेकिन केन्द्र ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया? आप प्याज को सड़ने के लिए छोड़ सकते हैं लेकिन इसे कम कीमत पर बेच नहीं सकते हैं?’
कांग्रेस और यूनियन मुस्लिम लीग ने भी लोकसभा में प्याज और दूसरी सब्जियों की बढ़ती कीमत को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया.
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया लगाया कि पर्याप्त भंडार होने के बावजूद केंद्र जानबूझकर राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की कमी पैदा कर रहा है।
उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने पांच सितंबर को कहा था कि उसके पास 56,000 मीट्रिक टन प्याज है ”लेकिन आश्चर्य है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को प्याज देना बंद कर दिया है.”
प्याज की आसमान छूती कीमतों के बीच केंद्र ने राज्य सरकारों से प्याज की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और प्याज का बफर स्टॉक बनाने को कहा है. इसके साथ ही राज्य सरकारों से आयातित प्याज को उचित दरों पर वित्तरित करने को भी कहा है.
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने देश भर में प्याज की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर समीक्षा के लिए सोमवार को सचिवों की समिति की बैठक की अध्यक्षता की.
प्रमुख शहरों में प्याज 75 से 100 रुपये किलो में बिक रहा है. इस बीच , महाराष्ट्र में कलवान कृषि उत्पाद विपणन समिति में हुई नीलामी में प्याज का भाव बढ़कर 11,000 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया.
सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के प्रयासों के तहत तुर्की से 11 हजार टन प्याज आयात करने का नया ठेका दिया है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.