विश्व कप: सेमी फाइनल से पहले ‘मध्यक्रम’ बना हुआ है टीम इंडिया का सिरदर्द


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जीत की लय के बावजूद मध्यक्रम अब भी भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. विराट कोहली की टीम आठ जुलाई को लीड्स में श्रीलंका के खिलाफ होने वाले विश्व कप के अंतिम ग्रुप मैच में उम्मीद करेगी कि महेंद्र सिंह धोनी अपना फॉर्म हासिल कर लें.

भारत के लिए मध्यक्रम की पहेली अब भी अनसुलझी है. जानकारों का मानना है कि भारतीय टीम  फिलहाल पूरी तरह अपने शुरुआती तीन बल्लेबाजों पर निर्भर करती है.

विश्व कप में उप कप्तान रोहित शर्मा 544 रन के साथ सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं. उन्होंने इस दौरान रिकॉर्ड बराबरी वाले चार शतक भी जड़े. कप्तान कोहली के लिए भी यह विश्व कप अच्छा रहा है, हालांकि उनके स्तर के हिसाब से इतना बेहतरीन नहीं रहा और उनके नाम पांच अर्धशतक की बदौलत 400 से ज्यादा रन हैं.

धोनी के लिए अंतिम ओवरों में बल्ले से बेहतर प्रदर्शन को देखने के लिए श्रीलंका से बेहतर प्रतिद्वंद्वी नहीं हो सकता जब लसिथ मलिंगा अपनी धीमी गेंदों में वैरिएशन से आक्रामक गेंदबाजी करेंगे.

श्रीलंकाई ऑफ स्पिनर धनंजय डि सिल्वा काफी किफायती रहे हैं. अगर धोनी को बीच के ओवरों में डि सिल्वा की ज्यादा गेंद खेलनी पड़ती हैं और वह इनपर रन जुटा लेते हैं तो इससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी ही होगी.

अभी तक के मैचों में धोनी स्पिनरों के खिलाफ 81 गेंद में केवल 47 रन ही बना पाए हैं, जिससे बीच के ओवरों में धीमे गेंदबाजों के खिलाफ कमजोरी दिख रही है. इसे देखते हुए दिमुथ करूणारत्ने अपने बाएं हाथ के स्पिनर मिलिंडा सिरीवर्धने को इस्तेमाल करना चाहेंगे.

कप्तान कोहली चाहेंगे कि उनका ‘मार्गदर्शक’ सफल रहे क्योंकि धोनी की भूमिका टीम के 14 जुलाई को होने वाले फाइनल तक पहुंचने के लिए काफी अहम होगी.

लेकिन श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले को भारतीय टीम थोड़ी सहजता से ले सकती है और कुछ अन्य संयोजन आजमा सकती है जिसमें रविंद्र जडेजा को जोड़ना शामिल है.

अभी टीम से जुड़े मयंक अग्रवाल को छोड़कर जडेजा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें विश्व कप में एक भी मैच खेलने को नहीं मिला है. लेकिन श्रीलंकाई टीम में बायें हाथ के अधिक खिलाड़ियों को देखते हुए इसकी संभावना नहीं दिख रही है.

हालांकि इससे कोहली और कोच रवि शास्त्री मध्यक्रम में केदार जाधव की वापसी करवा सकते हैं क्योंकि वह ऑफ ब्रेक गेंद फेंकते हैं.

कोहली ने अभी तक धोनी को पांचवें नंबर के अलावा ऊपरी क्रम में भेजने की ओर संकेत नहीं दिया है. यह चतुराई भरी योजना हो सकती है अगर पूर्व कप्तान से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कराई जाए जबकि ‘पावर हिटर’ जैसे ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या निचले क्रम में अपना ताबड़तोड़ खेल दिखाएं.

विजय शंकर की जगह मयंक आ चुके हैं और उनके परम मित्र लोकेश राहुल दो अर्धशतक जड़कर रोहित के साथ शीर्ष क्रम में अपना स्थान सुनिश्चित कर चुके हैं. रोहित अपने पांचवें शतक की उम्मीद लगाए होंगे.

तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (14 विकेट) और मोहम्मद शमी (14 विकेट) को सेमीफाइनल से पहले आराम देना आदर्श स्थिति होगी. लेकिन अंक तालिका में शीर्ष स्थान पाने के लिए कोहली कम-से-कम एक को तो मैदान पर उतारना ही चाहेंगे.


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