युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा


yuvraj singh announced his retirement from international cricket

  ANI

भारतीय क्रिकेट टीम के बेमिसाल ऑलराउंडर युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है. युवराज सिंह टी 20 2007 और 2011 विश्व कप को जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे और दोनों ही टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी खास छाप छोड़ी. 2011 के विश्व कप में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन करने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से भी नवाजा गया. 2017 के बाद से उनका चयन भारतीय टीम में नहीं हुआ.

उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय टी 20 मैच फरवरी 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. इससे पहले वे 2017 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का हिस्सा था. उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच 30 जनवरी 2017 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ एंटीगुआ में खेला था.

इस बार के आईपीएल में वे मुंबई इंडियंस का हिस्सा था. हालांकि, इस बार वे कुछ खास कमाल नहीं कर पाए.

युवराज ने अपने संन्यास की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके की. इस दौरान उन्होंने कहा, “अपने 25 साल के करियर में मैंने कई उतार-चढ़ाव देखे. अब मैंने आगे बढ़ने का फैसला ले लिया है. इस खेल ने मुझे यह सिखाया है कि गिरकर कैसे आगे बढ़ना है.”

युवराज सिंह ने अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने पिता को दिया. उन्होंने कहा कि एक सफल क्रिकेटर बनकर उन्होंने अपने पिता का सपना पूरा किया है.

युवराज सिंह के आंकड़ों की अगर बात करें तो वे बेहद शानदार हैं. युवराज ने एकदिवसीय क्रिकेट की 278 पारियों में 14 शतक और 52 अर्धशतक के साथ 8701 रन बनाए. वहीं टेस्ट की 62 पारियों में उन्होंने 1900 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 11 अर्धशतक लगाए. टी 20 की 58 पारियों में उन्होंने 1177 रन बनाए. टी 20 में उन्होंने कुल 8 अर्धशतक लगाए.

बल्लेबाजी के साथ युवराज ने गेंदबाजी में भी अपना हाथ आजमाया. उन्होंने टेस्ट में 9, वनडे में 111 और टी 20 में 28 विकेट अपने नाम किए.


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