रोजगार के मोर्चे पर सरकार नाकाम


 

हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का दावा कर सत्ता मेँ आई मोदी सरकार रोजगार के मोर्चे पर नाकाम साबित हो गई है। बिजनेस स्टैंडर्ड में छपे एनएसएसओ के आंकड़ों से इस बात का खलासा हुआ है कि नोटबंदी के बाद साल 2017-18 के दौरान देश में बेरोजगारी की दर 6.1 फीसदी रही, जो पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा है।