तस्वीरों में कैद फोनी चक्रवात का कहर
चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ शुक्रवार सुबह ओडिशा के पुरी तट पर पहुंचा जिससे कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. समुद्र के किनारे बसे पुरी के कई इलाकों में पानी भर गया. फिलहाल राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है.
तटीय इलाकों में कई पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच. आर. बिस्वास ने कहा, ”चक्रवात सुबह करीब आठ बजे पुरी तट पर पहुंचा और चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी होने में करीब तीन घंटे का समय लगेगा.” उन्होंने बताया कि कुछ देर में चक्रवात कमजोर पड़ने लगेगा.
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक फोनी ओडिशा तट टकराने के बाद अब उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल की ओर आगे बढ़ रहा है. जिसे देखते हुए पश्मिच बंगाल में अलर्ट जारी कर दिया गया है, साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्थिति पर नजर रखने के लिए अगले दो दिन तक अपने राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
प्रशासन ने जानकारी दी कि कम से कम 11 तटीय जिलों के निचले और संवेदनशील इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है. इन लोगों को 4,000 शिविरों में ठहराया गया है जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं.
राज्य के किसी भी हिस्से से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारतीय तटरक्षक बल ने आपदा प्रबंधन की 34 टीमों को विशाखापट्टनम, चेन्नई, पारादीप, गोपालपुर, हल्दिया और कोलकाता जैसे तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है.