17वीं लोकसभा के पहले चरण में इन उम्मीदवारों पर होगी नजर
नितिन गडकरी बीजेपी के कद्दावर नेता हैं. वो नागपुर से चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले चुनाव लड़ रहे हैं. नागपुर सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है, लेकिन कुनबी समाज से आने वाले नाना पटोले के मैदान में उतरने से गडकरी को इस बार कांटे की टक्कर मिल सकती है. 2014 में गडकरी ने 2.5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी.
आरएलडी नेता चौधरी अजित सिंह के सामने बीजेपी के संजीव बाल्यान खड़े हैं. इस सीट पर मुसलमान, जाटव और जाट वोट बैंक का अच्छा खासा प्रभाव है. सपा, बसपा और आरएलडी गठबंधन के चलते इस सीट पर उनका पलड़ा भारी दिखता है, जाटों के बड़े नेता माने जाते हैं,कहा जाता है कि पिछला चुनाव मोदी लहर में हार गए थे.
बीजेपी नेता जनरल वी के सिंह का सामना कांग्रेस की डॉली शर्मा और गठबंधन उम्मीदवार सुंरेश बंसल से होगा. कांग्रेस, सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन ने इस सीट पर वीके सिंह के लिए मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
इस बार सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन के बैनर तले जयंत चौधरी बागपत संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. बागपत आरएलडी का गढ़ है,जयंत चौधरी के पिता अजित चौधरी यहां से कई बार सांसद रह चुके हैं.
लोक जनशक्ति पार्टी नेता चिराग पासवान 2014 में जमुई सीट से चुनाव लड़े और करीब 80 हजार वोटों से जीतकर संसद पहुंचे. इस बार चिराग पासवान का मुकाबला महागठबंधन के तहत रालोसपा उम्मीदवार भूदेव चौधरी से है. चिराग पासवान लोजपा अध्यक्ष राम बिलास पासवान के बेटे हैं.
जीतन राम मांझी महादलित समुदाय से आते हैं. 2014 के आम चुनाव में जीतन राम मांझी जेडीयू के टिकट पर चुनावी मैदान में थे और उनको तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ा था.
बीजेपी नेता महेश शर्मा के सामने कांग्रेस ने अरविंद कुमार सिंह को जबकि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने बसपा के सतवीर को संयुक्त रूप से अपना उम्मीदवार बनाया है.
असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद लोकसभा सीट से मैदान में हैं. यहां पर अब तक कुल 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें से आठ बार AIMIM ने जीत दर्ज की. ओवैसी हैदराबाद से लगातार तीसरी बार लोकसभा सांसद चुने गए थे.
बसपा के हाजी याकूब कुरैशी का सामना बीजेपी के राजेन्द्र अग्रवाल व कांग्रेस के हरेंद्र अग्रवाल से है. मेरठ सीट महागठबंधन में बसपा को मिली है. हाजी याकूब कुरैशी बढ़ापुर से विधायक भी हैं.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी कांग्रेस की ओर से चुनाव मैदान में हैं. कभी बीएसपी में नंबर दो रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी इस बार यूपी की बिजनौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है.