किसानों को बुज़ुर्गों और नौजवानों का भी मिला साथ
आजाद हिंद फौज के गठन के बाद सुभाष चंद्र बोस ने दिल्ली चलो का नारा दिया था. अब एक बार फिर दिल्ली चलो का नारा देते हुए देश भर से किसान दिल्ली आ धमके हैं.
किसानों की जुबान पर संघर्ष के नारे हैं.
किसानों के साथ सहानुभूति दिखा रहे हैं नागरिक समाज के लोग.
जाति-धर्म और क्षेत्र से परे है किसानों का यह आंदोलन.
किसानों के साथ ताल से ताल मिला रहे हैं छात्र संगठन और युवा.
तमाम किसान संगठनों ने किसानों के आक्रोश को आवाज़ दी है.
सभी तस्वीरें – गुरमीत सप्पल