अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ मार्च करते मूल निवासी
सभ्यता के विकास ने मूल निवासियों को उनके ही घर से बेघर कर दिया है. वे विस्थापित हो दर-दर भटक रहे है. इतिहास भी यह गवाही देता है कि सभ्यता का विकास मूल निवासियों के लाशों के टीले पर हुआ है.
आज यही मूल निवासी अपने ऊपर हो रहे तमाम जुल्म और कत्लेआम के खिलाफ उठ खड़े हुए है. अमेरिका में हो रहा इनका यह मार्च दुनिया भर में मूल निवासी पर हो रहे जुल्म, हत्या और नरसंहार के खिलाफ है.
यह तस्वीर जुल्म के उस खौफनाक चेहरे पर से परदा उठाती है जिसमें सदियों से मूल निवासी औरतें शोषण और कत्लेआम का शिकार होती रही.
गुलामी की हद तक प्रतिरोध की आवाज बुलंद करते हुए मूल निवासी.
इनका यह मार्च पर्यावरण को बर्बाद किए जाने के खिलाफ भी है.
इस मार्च में दुनिया भर से मूल निवासी, बुद्धिजीवी, मानव अधिकार कार्यकर्ता और छात्र जमा हो रहे हैं.