पुण्य तिथि विशेष: बुलंद और रौबीली आवाज के बादशाह राजकुमार
बॉलीवुड के मशूहर अभिनेता राजकुमार का जन्म 8 अक्टूबर साल 1929 को बलूचिस्तान में हुआ था . राजकुमार का असली नाम कुलभूषण पंडित था. राजकुमार फिल्मों में नाम कमाने से पहले मुंबई के माहिम थाने में सब इंस्पेक्टर थे. फिल्मों में आने के बाद राजकुमार ने नौकारी से इस्तीफा दे दिया था.
राजकुमार को बॉलीवुड में अपनी बुलंद आवाज और अभिनय के लिए जाना जाता था. राजकुमार को डायलॉग का बादशाह कहा जाता था. राजकुमार पहली बार फिल्म ‘रंगीली’ में साल 1952 में नजर आए. लेकिन उनको पहचान फिल्म ‘नौशेरवां-ए-आदिल’ से मिली थी. हालांकि उनकी कई फिल्मों जैसे ‘अनमोल’, ‘सहारा’, ‘अवसर’, ‘नीलमणि’ और ‘कृष्ण सुदामा’ को बहुत कामयाबी नहीं मिली.
राजकुमार ‘मदर इंडिया’ में नजर आए. ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई. राजकुमार के साथ इस फिल्म में नरगिस, सुनील दत्त, और राजेन्द्र कुमार अहम किरदार में थे. ‘मदर इंडिया’ ऑस्कर पुरस्कार के लिए जाने वाली देश की पहली फिल्म बनी.
फिल्म पैगाम भी राजकुमार की अहम फिल्म थी. इसका निर्देशन एस.एस.वासन ने किया था. पैगाम फिल्म के जारिए राजकुमार और दिलीप कुमार को एक साथ देखा गया. इनकी जोड़ी को लोगों ने काफी पसंद किया था. इस फिल्म के लिए राजकुमार को फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के पुरस्कार से नवाजा गया.
साल 1963 में फिल्म ‘दिल एक मंदिर’ आई जिसका निर्देशन सी. वी. श्रीधर ने किया था. इस फिल्म में उनके साथ मीना कुमारी और राजेंद्र कुमार थे. इस फिल्म के लिए भी राजकुमार को फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर से नवाजा गया.
साल 1965 में फिल्म ‘वक्त’ आई. ये फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई. फिल्म में सुनील दत्त, राजकुमार, शशि कपूर, साधना, बलराज साहनी, मदन पुरी, शर्मीला टैगोर और अचला सचदेव जैसे कलाकार थे.
राजकुमार ने ‘हमराज’, ‘नीलकमल’, ‘मेरे हुजूर’, ‘हीर रांझा’ और ‘पाकीजा’ फिल्मों में भी काम किया. 3 जुलाई को साल 1996 को गले के कैंसर से उनका निधन हो गया.