सही विश्व कप टीम चुनने की चुनौती
क्रिकेट के महाकुंभ विश्व कप में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. अब चयनकर्ताओं के सामने समस्या ये आ पड़ी है कि विश्व कप 2019 के लिए किसका चुनाव करें और किसका नहीं. विश्व कप की इस गुत्थी को सुलझाना चयनकर्ताओं के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती है.
शुक्रवार को चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए टीम का चयन करेंगे. उम्मीद यही जताई जा रही है कि शुक्रवार को जिन खिलाड़ियों का चयन होगा, वही खिलाड़ी इंग्लैंड विश्व कप के लिए जाएंगे.
फॉर्म और अनुभव के आधार पर भारतीय टीम में 13 खिलाड़ियों की जगह पक्की मानी जा रही है. कहा जा रहा है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, अम्बाती रायडू, एम एस धोनी, हार्दिक पंड्या, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, कुलदीप यादव, युज्वेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, मुहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह विश्व कप टीम का हिस्सा होंगे. सवाल बाकी दो और तीन खिलाड़ियों के नाम पर है, ताकि टीम का संतुलन बेहतर बन सके.
विशेष बल्लेबाज या ऑलराउंडर
अगर चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट चौथे गेंदबाज के रूप में मुहम्मद खलील को चुनते हैं तो 15 सदस्यीय टीम में एक जगह खाली बचती है. ऐसे में के एल राहुल को पन्द्रहवें खिलाड़ी के तौर पर अतिरिक्त ओपनर के रूप में शामिल किया जा सकता है. मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद पहले ही कह चुके हैं कि एक स्थान को छोड़कर बाकी स्थानों पर खिलाड़ी तय हो चुके हैं.
राहुल ने भी घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए इंलैंड लायंस के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट मैच में दो बार 80 से ऊपर रन बनाए. लेकिन ऋषभ पन्त और विजय शंकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर राहुल के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
हो सकता है अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण ऋषभ पन्त विश्व कप दल में अपनी जगह पक्की कर जाएं. पन्त ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में शानदार शतक जड़ा था. पन्त को लेने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वह किसी भी क्रम में बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं. पन्त के खिलाफ सिर्फ एक बात ही जाती है कि उन्होंने अभी तक भारतीय टीम के लिए केवल तीन वनडे खेलें हैं.
चयनकर्ता पन्त की जगह विजय शंकर को भी मौका दे सकते हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निलंबित हार्दिक पंड्या की जगह भेजा गया था. विजय न्यूजीलैंड सीरीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर चर्चा में आए हैं.
एक और बल्लेबाज जिसके बारे में चयनकर्ता सोच सकते हैं, वो हैं भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे जिसने पिछले वर्ष विजय हजारे ट्राफी जीतने में मुंबई की मदद की थी. उनके पास अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले अनुभव भी है.
अतिरिक्त विशेष गेंदबाज
सितम्बर 2018 से रविन्द्र जडेजा और खलील अहमद भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित सदस्य हैं. एक साल बाद एक दिवसीय क्रिकेट में वापसी करने वाले जडेजा ने वापसी के बाद अभी तक 11 मैचों में 16 विकेट अपने नाम किये हैं. जडेजा ने आईसीसी द्वारा आयोजित चैंपियनशिप में कुल सात बार हिस्सा लिया है और इस मामले में वे धोनी के ठीक बाद हैं.
चौथे फास्ट बॉलर के
रूप में खलील अहमद के अलावा उमेश यादव भी एक विकल्प हैं. लेकिन अभी यह साफ नहीं है
कि उमेश ऑस्ट्रेलिया क खिलाफ होने वाली सीरीज तक फिट हो पाएंगे नहीं.
खलील अहमद के आने से भारतीय टीम को एक अच्छा पेस आक्रमण मिला है. एशिया कप के बाद खेले गए आठ मैचों में खलील ने ग्यारह विकेट लिए हैं और उनकी गेंद की गति भी पहले से बेहतर हुई हैं.