क्या क्रिकेट बोर्ड के फैसलों पर आईपीएल का बाजार हावी है?


Does the IPL market dominate the cricket board?

 

देश पर एक बार फिर क्रिकेट का ख़ुमार चढ़ने वाला है. दो बड़े टूर्नामेंट, इंडियन प्रीमियर लीग और विश्व कप एकदम दहलीज पर खड़े हैं. यूं तो भारतीय क्रिकेट तकरीबन हर महीने ही किसी न किसी से मैच खेल रही होती है, लेकिन आईपीएल जहां ‘इंडिया का त्यौहार’ है, वहीं विश्व कप किसी भी देश के लिए क्या मायने रखता है, ये बताने की ज़रूरत नहीं है.

इन सबसे इतर, एक सवाल है जिसका जवाब जानना बेहद ज़रूरी है. सवाल ये है कि किसी भी खिलाड़ी के लिए क्या ज़रूरी है, देश के लिए खेलना या फिर लीग के लिए . कोई भी हो उसका जवाब ‘देश के लिए’ ही होगा. अगर देश के लिए खेलना ही सबका जवाब है तो फिर विश्व कप से पहले आईपीएल के मैच क्यों कराए जा रहे हैं? क्या ये आईपीएल के बाज़ार का कमाल है कि विश्व कप जैसा बड़ा टूर्नामेंट भी बोर्ड के लिए कोई मायने नहीं रखता.

रिद्धिमान साहा को कंधे और पैर के अंगूठे में लगी चोट के कारण जुलाई 2018 में आयोजित इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट से बाहर रहना पड़ा था.

इसमें कोई शक नहीं कि आईपीएल ने देश को कई बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं, लेकिन जब बात विश्व कप की हो तो अपने बेहतरीन खिलाड़ियों को दांव पर लगा देना कहां की समझदारी है. विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह समेत तमाम खिलाड़ी आईपीएल में खेलने के लिए तैयार हैं. लेकिन खुदा-न-ख़ास्ता 30 मई से होने वाले विश्व कप के शुरू होने से पहले ही हमारा कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है, तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा. क्या उस बड़े टूर्नामेंट से ऐन पहले हम इतनी जल्दी किसी खिलाड़ी का विकल्प ढूंढ सकते हैं.

ये कुछ सवाल हैं जिनका जवाब इसलिए भी जानना ज़रूरी है क्योंकि इस बार विश्व कप न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड में हो रहा है. जहां युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ अनुभवी खिलाड़ियों की सख़्त ज़रूरत पड़ने वाली है.

आईपीएल की चमकभरी दुनिया में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए पहले ही इससे ख़ुद को बचाकर रखना चाहते हैं. जैसे बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज मुस्तफिज़ुर रहीम ने तो पहले ही अपने बोर्ड को यह जानकारी दे दी कि वह आईपीएल के इस सीजन में हिस्सा नहीं लेंगे.

वैसे, कुछ ऐसी भी ख़बरें आईं है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड यह कह सकता है कि फ्रंचाइज़ी महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को आराम देने की सलाह दे सकता है.

हो सकता है ख़तरनाक

अभी हाल ही में अलग-अलग सीरीज़ में धोनी, कोहली, शमी और बुमराह को आराम दिया गया ताकि उनपर ज़्यादा दबाव न पड़े और वो विश्व कप में तरो-ताज़ा रह सकें. लेकिन जब विश्व कप दरवाज़े पर खड़ा दस्तक दे रहा हो, तब आईपीएल मैच कराना समझ से परे है. ऐसे में इतने व्यस्त शेड्यूल में खेलना खिलाड़ियों के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है.

ऐसा नहीं है कि आईपीएल से किसी को आपत्ति है. इसमें कोई शक ही नहीं कि आईपीएल से भारतीय क्रिकेट को बहुत फ़ायदा हुआ है. युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खलने का मौका मिला है. देश-दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए बेहद फ़ायदेमंद है. लेकिन फिर भी जब बात देश के लिए और ख़ासकर विश्व कप की हो तो विश्व कप से पहले आईपीएल के मैच कराना कतई समझदारी भरा फ़ैसला नहीं है. इसपर गौर करने की ज़रूरत है.


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