हम कदम बढ़ाए तो समाज में समलैंगिक संबंधों को मिलेगी मंजूरी: दुती चंद
समलैंगिक संबंधों को बीते साल सुप्रीम कोर्ट से मान्यता मिलने के बाद आज समाज में बदलाव आ रहे हैं. जहां आधुनिक भारतीय समाज ने खुली बाहों से इस बदलाव को स्वीकारा है, वहीं अब भी समाज का एक तबका इन विषयों पर बात तक करने से मुंह चुराता है.
बीते हफ्ते 100 मीटर फर्राटा में रिकार्डधारक और एशियाई खेलों में दो बार की रजत पदक विजेता दुती चंद ने खुद के समलैंगिक होने की बात स्वीकारी थी. उन्होंने बताया कि वे इस समय अपने ही कस्बे की एक लड़की के साथ समलैंगिक संबंधों में हैं. दुती चंद ऐसी पहली भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने खुद के समलैंगिक होने की बात को स्वीकार किया.
पूर्वी ओडिशा में मध्यवर्गीय ग्रामीण परिवार से आने वाली दुती के लिए यह स्वीकृति इतनी आसान नहीं थी. अपनी साथी के साथ अपने संबंधों की बात सार्वजनिक करने से पहले उनके दिमाग में परिवार और समाज से मिलने वाली नफरत और दुत्कार गूंज रही थी.
हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने समलैंगिक संबंध, पूर्व बॉयफ्रेंड, परिवार से बढ़ी दूरियों पर अपने विचार साझा किए.
लोगों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से मिल रहे समर्थन पर उन्होंने कहा, “ये बात सामने आने के बाद मुझे उम्मीद थी कि यह न्यूज बनेगी पर अंदाजा नहीं था इसका इतना व्यापक प्रभाव होगा. मुझे खुशी है कि ट्विंकल खन्ना, एलेन जैसे लोग मुझे समर्थन दे रहे हैं. लोगों से मिल रहे प्यार को देखकर लग रहा है कि समलैंगिक संबंधों को स्वीकारने का मेरा फैसला बिलकुल सही था.”
वो आगे कहती हैं “पहले मुझे लगा कि लोग इसका विरोध करेंगे लिए, फिर हमें लगा कि अगर हम आगे कदम बढ़ाएंगे तो ये बिलकुल संभव होगा.”
इस दौरान रही अपनी मानसिक स्थिति पर उन्होंने कहा, “पिछला एक महीना मेरे लिए काफी मुश्किल रहा. मैं मानसिक तनाव में थी, मैं ठीक से ट्रेनिंग भी नहीं कर पा रही थी. मेरी बहन मुझे डरा रही थी कि वो सबको मेरे संबंधों के बारे में बता देगी. पर अब मुझे काफी अच्छा लग रहा है. ऐसा लग रहा है जैसे में एक बार फिर आजाद हूं. मुझे लग रहा है कि दुनिया बदल रही है अब लोग स्वीकार कर रहे हैं कि एक लड़की दूसरी लड़की को प्यार कर सकती है, संबध रख सकती है.”
बीते साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने सेक्शन 377 को खत्म करते हुए सहमति से दो वयस्कों के बीच बने समलैंगिक यौन संबंध को अपराध के दायरे से बाहर कर दिया था. इस बारे मे दुती कहती हैं कि “जब मुझे पता चला कि अब ऐसा कोई कानून नहीं जो हमें साथ आने से रोक सके तो मुझे खुशी हुई.”
दुती 2017 से अपने गांव की एक लड़की के साथ संबंधों में है. वो कहती हैं कि इससे पहले उनका एक लड़के के साथ रिश्ता था लेकिन “2014 में जब मेरे शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा अधिक होने की बात सामने आई तो उसने धीरे-धीरे मुझसे दूरियां बढ़ा लीं.” दुती के मुताबिक उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की कि यह प्रकृतिक है और ये धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा.
दुती अपने भविष्य को लेकर आशावान हैं. दुती अपनी साथी के साथ शादी करना चाहती हैं. उन्होंने बताया कि वो ये अधिकार पाने के लिए अपील करेंगी और मंजूरी हासिल करेंगी.