क्रिकेट के रोमांच पर भारी रही टेनिस की लोकप्रियता
14 जुलाई का दिन दुनिया भर के खेल प्रशंसकों के लिए सुपर संडे की तरह रहा. जहां एक ओर क्रिकेट विश्व कप का फाइनल खेला जा रहा था तो वहीं दूसरी ओर विंबलडन का फाइनल चल रहा था. इस दौरान करोड़ों लोग टीवी से चिपके रहे. लेकिन क्या आपको अंदाजा है कि दो लोगों के खेल टेनिस ने दर्शकों के मामले में क्रिकेट के महासमर को मात दे दी?
खबरों के मुताबिक नोवाक जोकोविच और रोजर फेडरर के बीच खेले गए विंबलडन फाइनल मुकाबले को पूरे इंग्लैंड में करीब 88.7 लाख लोगों ने देखा, जबकि विश्व कप फाइनल मुकाबले को 83 लाख दर्शक मिले. ये दोनों मुकाबले इंग्लैंड में ही खेले जा रहे थे.
इस दौरान ये दोनों ही मुकाबले अपने दर्शकों को रोमांच के चरम पर ले गए. दोनों ही मुकाबलों का अंत बहुत नाटकीय रहा.
विबंलडन फाइनल का मुकाबला चार घंटे 55 मिनट तक चला. फेडरर ने बेहतर खेल दिखाया लेकिन जोकोविच ने तीनों सेट टाईब्रेकर में जीतकर अपना 16वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीता.
पांचवें और निर्णायक सेट में जोकोविच ने फेडरर की सर्विस तोड़कर 4-2 से बढ़त बनाई लेकिन स्विस खिलाड़ी ने तुरंत ही वापसी की और ब्रेक प्वाइंट लेकर जल्द ही स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया.
फेडरर 15वें गेम में जोकोविच की सर्विस तोड़ने में सफल रहे. इसके बाद उनके पास दो मैच प्वाइंट थे, लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और शानदार वापसी करके स्कोर 8-8 से बराबरी पर ला दिया. इसके बाद नए नियमों के अनुसार 12-12 पर टाईब्रेकर हुआ जिसमें जोकोविच ने बाजी मारी.
इस तरह अंत में नाटकीय अंदाज में जोकोविच विंबलडन चैंपियन बन गए.
क्रिकेट विश्व कप का प्रसारण स्काई यूके कर रहा था. मैच के बाद उसने इंग्लैंड को जीतने की मुबारकबाद दी और टूर्नामेंट के सफलतापूर्वक प्रसारण के लिए खुशी जताई.
विश्व क्रिकेट का मैच इससे कहीं ज्यादा नाटकीय साबित हुआ. अपने 50 ओवर के खेल में दोनों ही टीमों ने 241-241 रन बनाए थे. इसके बाद मैच सुपर ओवर में जा पहुंचा. जहां दोनों ही टीमों ने एक बार फिर से 15-15 रन स्कोर किए. लेकिन अधिक बाउंड्री लगाने की चलते इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया.