केवल पंजाब या हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में ही नहीं बल्कि पहाड़ी इलाकों में भी मजदूरों की कमी बनी हुई है. इससे बागवानों को सेब तोड़ने और पैक करने में परेशानी आ सकती है.