सरकारी निवेश के सूखे से जूझता कृषि क्षेत्र
भारत में खेती किसानी को आज भी घाटे का सौदा समझा जाता है. सरकारें कहती हैं कि खेती में निवेश किया जाना जरूरी है. कुछ साल पहले नीति आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था कि अगर वास्तव में किसानों की हालत में सुधार लाना है तो सिंचाई के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना होगा. खेती में निजी और सरकारी निवेश दोनों की अगर एक साथ बात की जाए तो इसमें 6,32,000 करोड़ निवेश की जरूरत है.