सरकार विकास के तमाम दावे भले ही कर रही हो,लेकिन सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां ही खस्ताहाल हैं। घाटे के मामले में भारतीय डाक विभाग सबसे आगे निकल गयी है।