RCEP से भारत को घाटा कैसे ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज से तीन दिन के दौरे पर थाईलैंड जा रहे हैं. इस दौरान वह आसियान-भारत, पूर्वी एशिया और आरसीईपी शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेंगे. लेकिन दुनिया भर की निगाहें बैंकॉक में होने वाली रीजनल क्रॉम्प्रहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप यानि RCEP पर टिकी है. माना जा रहा है कि भारत इस पर हस्ताक्षर कर सकता है.हालांकि देश में इसका काफी विरोध हो रहा है. दरअसल, RCEP 16 देशों के बीच होने वाला मुक्त व्यापार समझौता है जिससे इन देशों के बीच होने वाले व्यापार को आसान बनाया जा सकेगा.