मंदी की मार के शिकार पुतला कारीगर
अर्थव्यवस्था में सुस्ती की मार से ‘रावण’ भी बच नहीं पाया है. राजधानी के पश्चिम दिल्ली के तातारपुर गांव के पुतला बनाने वाले कारीगरों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. इन कारीगरों का कहना है कि अर्थव्यवस्था सुस्त है, साथ ही पुतला बनाने में काम आने वाली चीजों के दाम काफी बढ़ चुके हैं. दशहरा के करीब आते ही हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश से पुतला बनाने वाले कारीगर राजधानी आ जाते हैं. इनका कहना है कि महंगाई के चलते इन्हें काम नहीं मिल रहा है. प्रशांत त्यागी की रिपोर्ट.