विश्व कप में खोए गौरव को लौटाने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी वेस्ट इंडीज की टीम
वेस्ट इंडीज की टीम पांच बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ सात जून को मैदान में उतरेगी. उसका इरादा विश्व कप में अपना खोया गौरव वापस लौटाने का होगा. वेस्ट इंडीज के कप्तान जैसन होल्डर अपने तेज गेंदबाजों के भरोसे मैच जीतने की कोशिश करेंगे.
दो बार की चैम्पियन वेस्ट इंडीज की टीम ने पहले मैच में पाकिस्तान को सिर्फ 105 रन पर आउट करके सात विकेट से जीत दर्ज की थी. ओशाने थामस ने 27 रन देकर चार विकेट लिये. उन्हें आंद्रे रसेल, शेल्टन कोटरेल और कप्तान होल्डर से पूरा सहयोग मिला था.
वेस्ट इंडीज ने आखिरी बार विश्व कप 1975 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था.
इसके चार साल बाद खेले गए विश्व कप के फाइनल में वेस्ट इंडीज ने इंग्लैंड को हराकर खिताब बरकरार रखा. उस टीम में एंडी राबटर्स, माइकल होल्डिंग, कोलिन क्रोफ्ट और जोएल गार्नर थे.
मौजूदा टीम में उस दर्जे के तेज गेंदबाज नहीं हैं. लेकिन केमार रोच और शेनोन गैब्रियल के बिना पाकिस्तान को सस्ते में समेटकर वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों ने साबित कर दिया कि उनमें कितना दम है.
ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में अफगानिस्तान को सात विकेट से हराया था, लेकिन इस मैच में उनके सामने चुनौती कड़ी होगी .
वेस्ट इंडीज की एक कमजोरी यह है कि वो बाउंसर जैसे हथियार का बार-बार इस्तेमाल करते हैं. वहीं दूसरी ओर एक साल के प्रतिबंध के बाद लौटे वार्नर और स्टीव स्मिथ शार्ट गेंद को झेलने में माहिर हैं.
वेस्ट इंडीज के पास क्रिस गेल जैसा शानदार बल्लेबाज है जो अपने दम पर मैच जिताने की हिम्मत रखता है. दूसरी ओर आस्ट्रेलिया के पास भी मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस जैसे तेज गेंदबाज हैं.
वेस्टइंडीज के 1975 और 1979 विश्व कप विजेता कप्तान क्लाइव लायड के शब्दों में कहें तो, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के पास बहुत अच्छी टीम है. अब देखना यह है कि इस दबाव का वेस्ट इंडीज की टीम कैसे सामना करती है. यह एक अच्छा मैच होगा.’’